बागेश्वर ब्रेकिंग: मेले के लिए पांच सैक्टरों में बांटा जाएगा बागेश्वर,सीसीटीवी कैमरे करेंगे निगरानी, 12 जगहों पर जलेंगे अलाव और नुकक्ड़ नाटकों से फैलाई जाएगी कोरोना पर जागरूकता

बागेश्वर। हर वर्ष आयोजित होने वाले धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक उत्तरायणी मेला-2021 के आयोजन के लिए की जाने वाली तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारी विनीत…

बागेश्वर। हर वर्ष आयोजित होने वाले धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक उत्तरायणी मेला-2021 के आयोजन के लिए की जाने वाली तैयारियों के संबंध में जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में तहसील सभागार में बैठक आयोजित की गयी। जिसमें अध्यक्ष नगर पालिका बागेश्वर सुरेश खेतवाल, पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा सहित वरिष्ठ नागरिक एवं जनप्रतिनिधि व जिला स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
इस बार मेले का आयोजन भव्य रूप में नही किया जाएगा लेकिन मेले में सिर्फ धार्मिक आयोजन किया जाएगा इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी के लिए संबन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के चलते जो भी धार्मिक गतिविधियां संचालित की जानी हैं वे स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार ही किये जाने हैं, जिसमें सभी नियमों का सख्ती से पालन किया जाना अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि कोविड.19 के कारण इस बार का उत्तरायणी मेला विगत वर्षो की भांति उस भव्य स्वरूप में आयोजित नहीं होगा इसमें केवल धार्मिक अनुष्ठान के साथ गंगा स्नान व जनेऊ संस्कार ही चिन्हित स्थानों पर ही किये जा सकेंगे। इस बार मेले में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं व्यापारिक गतिविधियां तथा विकास प्रदर्शनी स्टॉल आदि नहीं लगायें जायेगे।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दियें कि उत्तरायणी मेले में आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठान के लिए सभी व्यापक व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित की जायं। उन्होंने सरयू घाट एवं सूरजकुण्ड एवं मंदिरों एवं के मुख्य चौराहों को विद्युत मालाओं से प्रकाशमान करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही सभी घाटों की साफ-सफाई व्यवस्था एवं अस्थाई शौचालय की व्यवस्था करने हेतु नगर पालिका, नगर पंचायत एवं सिंचाई विभाग को समय से करने के निर्देश दिये।
उत्तरायणी मेले के अवसर पर मुख्य चौराहोंध्मार्गो पर स्थान चिन्हित कर वहां से आने वाले लोगो की थर्मल स्क्रींनिंग करने, उन्हें अनिवार्य रूप से मॉस्क एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने, सैनेटाईजेशन तथा हाथ धोने के लिए व्यवस्था पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही जल संस्थान को मुख्य स्थानों एवं मोबाइल शौचालय में पेयजल आपूर्ति समय से करने के निर्देश दिये। उन्होंने पुलिस विभाग को भी निर्देश दिये कि शांति एवं यातायात व्यवस्था बनायें रखने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायं। डीएम ने कहा कि मुख्य स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा की हैं कि मेले मे आने वाले लोगों को जागरूक करने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है।
बैठक में तय किया गया है कि उत्तरायणी मेले के शुभारम्भ के अवसर पर कुलीबैगार प्रथा को 100 वर्ष पूर्ण होने पर रैली का आयोजन किया जाय, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायं, जिसमें नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाय तथा इसके लिए जो भी व्यवस्थायें की जानी है उन्हें समय से पूर्ण कर लिया जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये हैं कि मेले में आवश्यक स्वस्थ्य व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाय जिसमें सभी डॉक्टरों की टीम सहित सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली जाय।
उत्तरायणी मेले के लिए सभी सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था की सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित कर ली गयी है। जिसमें मेले को 2 जोन एवं 5 सैक्टर बनाये गये हैं। जिसमें यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए 7 बैरियर प्वाइंट बनाये गये हैं। जिसमें गरूड़ रोड़, भराड़ी टैक्सी स्टैण्ड, डिग्री कालेज, काण्डा रोड़, ताकुला, अमसरकोट आदि चौराहों पर बैरियर लगाये जायेंगे।
उपजिलाधिकारी बागेश्वर योगेन्द्र सिंह ने अवगत कराया है कि उत्तरायणी मेले में आयोजित होने वाले धार्मिक अनुष्ठानों के लिए मेले क्षेत्र को 2 जोन एवं 5 सैक्टरों में बांटा गया है, जिसमें जोनल एवं सैक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर दी गयी है। अधिशासी अभियंता नगरपालिका राजदेव जायसी ने बताया कि मेले में 12 स्थानों में अलाव जलाने की व्यवस्था कर ली गयी है। सभी घाटों की साफ सफाई व्यवस्था व पुल का भी निर्माण किया जायेगा।

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