दिल्ली है दिलवालों की ! आज रात 10 बजे से लागू हो जायेगा कम्पलीट लॉकडाउन ! अब क्या खायेंगे, कहां जायेंगे प्रवासी, बता तो दे दिल्ली और केंद्र सरकार ?

सीएनई रिपोर्टर, दिल्लीकहावत है कि ‘दिल्ली है दिलवालों की’, लेकिन दिल्ली के दिलवाले आज रात 10 बजे से लगने वाले लॉकडाउन के दौरान अपने दिल…


सीएनई रिपोर्टर, दिल्ली
कहावत है कि ‘दिल्ली है दिलवालों की’, लेकिन दिल्ली के दिलवाले आज रात 10 बजे से लगने वाले लॉकडाउन के दौरान अपने दिल के रास्ते जरूरतमंदों के लिए खोलते नजर नही आ रहे। हम बात कर रहे हैं यहां रह रहे लाखों प्रवासियों की। जो काम की तलाश में दिल्ली आये थे, लेकिन एक बार​ फिर लॉकडाउन लगने से सकते में हैं। एक ओर यह कोरोना महामारी से डरे हैं तो दूसरी ओर काम नही मिल पाने की दहशत। क्या खुद खायेंगे और क्या परिवार वालों को खिलायेंगे ? यह समस्या इनके आगे आ गई है। कोरोना महामारी ने जितना प्रताड़ित किया है उससे कहीं अधिक इनको लॉकडाउन ने मारा है। यहां ​मात्र छह दिन के लॉकडाउन का ऐलान है, लेकिन तस्वीरें अब वही दिखने लगी हैं, जो विगत वर्ष देखी गई थी।

Big Breaking Haldwani : पैराग्लाइडिंग के दौरान हुआ बड़ा हादसा, तेज हवाओं से बिगड़ा संतुलन, पेड़ पर अटकी महिला सैलानी, सकते में आ गयी जान, पढ़िये पूरी ख़बर…..

आपको फिर याद दिला दें कि दिल्ली में आज रात 10 बजे से 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया है। एलजी अनिल बैजल के साथ बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल ने लॉकडाउन की घोषणा की। उन्होंने बताया कि आज रात 10 बजे से लॉकडाउन शुरू होगा और यह 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा आज दिल्ली में लगभग एक लाख टेस्ट हर दिन हो रहे हैं। हमने मौत का आंकड़ा भी नहीं छुपाया। सभी जानकारी जनता को दी। इसी वजह से जब भी हमने कड़े फैसले लिए हैं।

Big News : 01 मई से 18 से ऊपर आयु वर्ग के सभी लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन

दिल्ली की जनता का पूरा सहयोग मिला है। जब परिवार में कोई आपदा आती है तो सभी मिलकर सामना करते हैं। पहले भी जीत हुई थी और अब भी जीत होगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में बीते 24 घंटे में करीब 23, 500 केस आए हैं। दिल्ली के अंदर बेड्स और ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है। ICU बेड्स 100 से भी कम बचे हुए हैं। अलबत्ता प्रवासियों के बारे में वह कुछ कहना शायद भूल गये हैं, जो एक बार फिर वापस लौटने को बेताब हैं। तो क्या फिर लॉकडाउन की भयान तस्वीरें सामने आने वाली हैं। घर क्यों जा रहे हो, पूछे जाने पर मुसाफिरों का कहना था कि कोरोना संक्रमण अनियंत्रित तरीके से बढ़ रहा है हालात और ज्यादा खराब हुए तो लॉकडाउन की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है। ऐसे में उनके लिए परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए वो अब अपने पैतृक स्थान पर जा रहे हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव, अस्पताल भर्ती

Big Breaking : उत्तराखंड में कोरोना का बढ़ रहा प्रकोप, 24 की चली गई जान, 2 हजार 160 नए केस

कोरोना के बढ़ते मामलों पर कोर्ट ने उप्र. सरकार को दिए 26 अप्रैल तक लॉकडाउन के आदेश

बागेश्वर : देवता का समझते रहे प्रकोप और बीमारी ने ले ली जान, अस्पताल में महिला की मौत

ब्रेकिंग : दिल्ली में कोरोना के 25 हजार से अधिक नए मामले, 161 की मौत

नैनीताल जिले में आने वाले प्रवासियों को होम क्वारंटाइन अनिवार्य, जारी हुए नए आदेश

उत्तराखंड, कोरोना का सितम : मां की मौत का मना रहे थे मातम, बेटा भी चल बसा, परिवार के अन्य सदस्य भी संक्रमण की चपेट में

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *