सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः जिले में पेयजल की समस्या पैदा हो गई है। लोग प्राकृतिक स्रोतों का रुख कर रहे हैं। इससे आक्रोशित उपभोक्ताओं ने व्यवस्था सुचारू करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जल संस्थान लोगों को साफ और समय पर पानी की नहीं दे पा रहा है। सरयू नदी में वर्षा से सिल्ट आ गया है। जिससे पानी गंदा हो गया है। मंडलसेरा, तहसील रोड, नदीगांव, मजियाखेत में पेयजल के लिए लोग हैंडपंप और प्राकृतिक स्रोतों का रुख कर रहे हैं। वहीं, जल संस्थान सड़क किनारे रहने वालों को टैंकर के जरिये पानी दे रहा है। जिससे शहर की लगभग पांच हजार जनसंख्या प्रभावित हो रही है। स्थानीय निवासी हरीश मनराल ने कहा कि समय से पानी नहीं आ रहा है।
ग्रामीण बसंत बल्लभ जोशी ने कहा कि 2015 में योजना में एक करोड़ 65 लाख रुपये खर्च किए गए, लेकिन पानी बिना फिल्टर के गांव पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि अस्मयारी, टिटोली, स्याली, लद्यूड़ा आदि गांवों में संकट गहराने लगा है। स्थानीय निवासी गोविद सिंह, हरीश सिंह, कुंदन सिंह आदि ने कहा कि यदि पानी की आपूिर्त सुचारू नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इधर, जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता सीएस देवड़ी ने कहा कि पेयजल की सुचारू व्यवस्था की जा रही है।