— मारपीट व अभद्रता के आरोपी पक्ष ने माफीनामा लिखा
— चिकित्सकों की ओर से तहरीर वापस लेने का निर्णय
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पिछले दिनों महिला की मौत के बाद जिला अस्पताल अल्मोड़ा में चिकित्सक से मारपीट व अभद्रता संबंधी मामले से उपजा विवाद अब थम गया है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान की मध्यस्थता में दोनों पक्षों की वार्ता हुई और एक पक्ष ने माफीनामा दिया, तो दूसरे ने प्राथमिकी वापस लेने का निर्णय लिया। जिससे मामले का पटाक्षेप हो गया।
उल्लेखनीय है कि गत 01 सितम्बर 2021 को जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में उपचार के दौरान हेमा देवी निवासी ग्राम झसियाटाना की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद हेमा देवी के तीमारदारों द्वारा अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. पीएस टाकुली के साथ मारपीट और अभद्रता किए जाने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से कोतवाली अल्मोड़ा में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। इस चर्चित मामले में डा. पीएस टाकुली के साथ अभद्रता करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ अल्मोड़ा ने उठा दी। संघ ने गत दिनों चेतावनी भी दे डाली कि यदि अविलंब मामले पर कार्रवाई नहीं की गई, तो चिकित्सक ओपीडी का बहिष्कार करेंगे।
आज मामले में विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने मध्यस्थता की और दोनों पक्षों को बुलाकर वार्ता कर एका कराने का प्रयास किया। वार्ता के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को समझाकर कहा कि व्यापक जनहित को देखते हुए मामले का पटाक्षेप कर दिया जाना ही उचित है, ताकि अन्य मरीजों को कठिनाई नहीं झेलनी पड़े। इसमें दोनों पक्षों की ओर से गिला—शिकवा हुए। तत्पश्चात अभद्रता करने के आरोपी पक्ष ने लिखित माफीनामा लिखा और स्वयं के खिलाफ दी गई प्राथमिकी को वापस लेने का अनुरोध किया।
इसके बाद प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारी एवं डा. पीएस टाकुली ने बात मान ली और कहा कि मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए वे अपनी प्राथमिकी शिकायत को वापस ले लेंगे। इस द्विपक्षीय समझौता बैठक में अस्पताल के पीएमएस डा. आरसी पंत, प्रान्तीय चिकित्सा सेवा के अध्यक्ष डा. चंचल मार्छाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य महिपाल बिष्ट, सीएल टम्टा, के अलावा दोनों पक्षों के लोग तथा विवेचना अधिकारी मौजूद रहे।