देहरादून न्यूज: कोमा से हो गया कोरोना, आठवें दिन हो सका मृतक का अंतिम संस्कार

देहरादून। प्रदेश की राजधानी के जिला चिकित्सालय से एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया है जिससे पूरी व्यवस्था ही शर्मसार हो गई। चिकित्सालय के…

Bhawali: One person died after falling into a ditch

देहरादून। प्रदेश की राजधानी के जिला चिकित्सालय से एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया है जिससे पूरी व्यवस्था ही शर्मसार हो गई। चिकित्सालय के मोर्चरी में पड़े एक लावारिस शव का अंतिम संस्कार आठवें दिन इस वजह से हो सका क्योंकि चिकित्सालय से भेजी गई पीआई में कोमा से मौत को पुलिस ने कोरोना से मौत पढ़ लिया था। इसके बाद पुलिस ने सोचा कि कोरोना से हुई मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग मृतक का महामारी अधिनियम के तहत अंतिम संस्कार करेगा, और स्वास्थ्य विभाग आठ दिनों तक यही सोचता रहा कि पुलिस स्वयं आकर कोमा में मौत का शिकार हुए इस व्यक्ति का शव लेकर जाएगी।

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शब्दों को पढ़ने और समझने में की गई लापरवाही के कारण कल गुरूवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका।
मिल रही जानकारी के अनुसार 12 जनवरी को 55 वर्षीय एक व्यक्ति को पुलिस ने कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया था। वह गंभीर रूप से बीमार था, इसके एक दिन बाद ही उसने चिकित्सालय में दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने डालनवाला पुलिस को भेजी गई पीआई यानी पुलिस इफोरमेशन में लिखा था कि लावारिस मरीज की मौत कोमा के कारण हुई है। लेकिन पुलिस कर्मियों ने इसे पढ़ने के बाद समझ लिया कि उसकी मौत कोरोना के कारण हुई है।

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इसके बाद पुलिस ने मान लिया कि कोरोना पीढ़ित की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार स्वास्थ्य विभाग ही कराएगा। इसके बाद न तो पुलिस ने शव के बारे में दोबारा पता किया और न ही स्वास्थ्य विभाग ने मोर्चरी में झांक कर देखा। कई दिन बीतने के बाद मोर्चरी कर्मचारियों ने लाश के मोर्चरी में पड़े होने की सूचना चिकित्सालय प्रबंधन को दी। प्रबंधन ने पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि वे तो कुछ और ही समझ रहे थे।
मामला साफ होने पर दो सिपाही अस्पताल पहुंचे और कागजी कार्रवाई शुरू की। गुरुवार को कोविड टेस्ट एवं पोस्टमार्टम के बाद लावारिस के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोज उप्रेती का कहना है कि लावारिस की मौत कोमा में चले जाने की वजह से हुई थी। पुलिस को र्पीआइ भेजी गई थी। पुलिस को र्पीआइ पढऩे में कुछ गलती हो गई, जिस वजह से अंतिम संस्कार में देरी हुई।

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