Google में मिला Customer Care का नंबर, खाते से साफ हो गये करीब 01 लाख

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून मौजूदा दौर में गूगल तो जैसे हर समस्या का समाधान माना जाने लगा है। किसी भी किस्म की जानकारी लेनी होती है…

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून

मौजूदा दौर में गूगल तो जैसे हर समस्या का समाधान माना जाने लगा है। किसी भी किस्म की जानकारी लेनी होती है तो लोग सीधा गूगल में हल ढूंढने लगते हैं, लेकिन कई बार ऐसा करना बहुत भारी साबित हो जाता है। देहरादून में इंटरनेट के माध्यम से Customer Care का नंबर ढूंढना एक महिला के लिए बहुत ही गलत साबित हुआ। जिसका नंबर उसने मदद के लिए ढूंढा था वह साइबर ठग निकला, जिसने उसके दो बैंक खातों से करीब 01 लाख साफ कर लिये।

दरअसल, यहां देहरादून के थाना क्लेमानटाइन क्षेत्र में एक ऐसा साइबर ठगी का मामला आया है, जिसमें महिला ने डेबिट कार्ड में आ रही दिक्कतों का हल ढूंढने के लिए बैंक जाकर अधिकारियों से संपर्क करने की बजाए गूगल से कस्टमर ​केयर का नंबर ले लिया, जो कि फर्जी था। पीड़ित महिला मनीषा ऐरी ने साइबर सेल में एक शिकायत दर्ज की है। जिसमें बताया गया है कि उससे किसी व्यक्ति ने कस्टमर केयर अधिकारी बनकर उसके साथ ठगी की है।

महिला ने बताया कि गत 11 नवंबर को उनके पीएनबी बैंक के डेबिट कार्ड में कुछ परेशानी हुई, जिसके उन्होंने इंटरनेट से कस्टमर केयर नंबर निकाला और उस पर फोन किया। दूसरी ओर से कथित कस्टमर केयर अधिकारी ने पीड़िता को AnyDesk Application डाउनलोड करने के लिए कहा। इसके बाद पीड़िता को HDFC Bank कार्ड की डिटेल भरने के लिए कहा गया, लेकिन महिला ने अधिकारी को बताया कि परेशानी उनके PNB Bank के डेबिट कार्ड में है। इस पर कथित कस्टमर केयर अधिकारी ने कहा तो वह अपना पीएनबी डेबिट कार्ड का भी डिटेल भर दे। महिला ने विश्वास में आकर दोनों कार्डों की डिटेल भर दी।

महिला का कहना है कि जैसे ही उसने डिटेल फिल अप की उसके बाद करीब दर्जन भर छोटी-छोटी ट्रांजेक्शन उसके खाते से शुरू हो गई और पूरे 95 हजार रूपये उसके दोनों खातों से मिलाकर साफ हो गये। इसके बाद से उस व्यक्ति का फोन नंबर बंद आ रहा है। इधर इस मामले में क्लेमनटाउन थाना प्रभारी नरेंद्र गहलावत ने बताया कि साइबर पुलिस द्वारा अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इधर पुलिस अधिकारियों से आम जनता से बैंक संबंधी डिटेल किसी भी अंजान व्यक्ति को कतई नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोई भी दिक्कत होने पर बेहतर यह होगा कि वह स्वयं बैंक जाकर जिम्मेदार अधिकारियों से मिलें, वही आपको सही हल बतायेंगे। हर जानकारी गूगल पर मौजूद नहीं होती और बहुत से ठग वहां भी सक्रिय रहते हैं।

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