सी.एन.ई. न्यूज। आंखिरकार कोविड—19 संक्रमण की चपेट में आने के बाद करोना वारियर्सों में शामिल इंदौर में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र चंद्रवंशी अपनी जिंदगी की जंग हार गये। इस घटना का सबसे दु:खद पहलू यह है कि कोरोना वायरस की चपेट में देश में कई स्वास्थ्य कर्मी व पुलिस कर्मी आने लगे हैं। अपनी ड्यूटी का पूरी ईमानदारी से पालन करने वालों को स्वयं कोरोना वायरस की चपेट में आने का हमेशा खतरा बना रहता है। ज्ञात रहे कि इंस्पेक्टर चंद्रवंशी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 45 साल के चंद्रवंशी जूनी इंदौर पुलिस स्टेशन के थाना प्रभारी थे। देर रात तीन बजे इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। सीएसपी दिशेश अग्रवाल ने बताया कि जांबाज पुलिस अधिकारी देवेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे। सुबह जैसे ही पुलिसकर्मियों की नींद खुली और ये दुःखद सूचना मिली तो सबका दिल बैठ गया। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर देवेंद्र को कोरोना के साथ ही निमोनिया का संक्रमण भी बहुत ज्यादा हो गया था। हालत गंभीर होने पर वे 15 दिन से वेंटिलेटर पर थे। 2007 में एसआई बने चंद्रवंशी शाजापुर जिले के रहने वाले थे। उनकी मौत से पुलिस महकमे में शोक है। इससे पूर्व शनिवार को लुधियाना के एसीपी अनिल कोहली की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। एसीपी नार्थ अनिल कोहली को वेंटिलेटर पर रखा गया था। इधर तमाम जागरूक नागरिकों की ओर से यह मांग भी उठने लगी है कि कोरोना महामारी से जूझते हुए ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वालों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए।