हल्द्वानी। उत्तराखंड में श्रमिकों के साथ हो रहे कथित शोषण के खिलाफ सितारगंज के पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पाल ने अपने साथियों के साथ श्रम आयुक्त के कार्यालय पर धरना दिया।उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के समय में सिडकुल की तमाम फैक्ट्रियों ने मजदूरों को पैसा नहीं दिया है। बल्कि श्रम नीति कहती है श्रमिकों को उनका उचित मेहताना हर हालत में मजदूरों को दिया जाय। लेकिन सरकार श्रम कानूनों पर बदलाव कर मजदूरों कार्य अवधि घंटे आठ से बारह घंटा कर दिया है जो मजदूरों के साथ न्याय संगत नहीं है। उनके साथ कांग्रेस के कुछ अन्य नेता भी धरने पर बैठे। नारायण पाल ने कहा श्रम कानून के इस शोषणकारी बदलाव के लिए हाईकोर्ट तक जा सकते हैं।
हल्द्वानी न्यूज : श्रमिक शोषण पर पूर्व विधायक नारायण पाल का श्रमायुक्त कार्यालय पर धरना
हल्द्वानी। उत्तराखंड में श्रमिकों के साथ हो रहे कथित शोषण के खिलाफ सितारगंज के पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पाल ने अपने…