हल्द्वानी : जोगेंदर रौतेला और सुमित हृदयेश के बीच दिलचस्प होगा मुकाबला, 2018 मेयर चुनाव में सुमित दिखा चुके हैं अपना दमदख – पढ़े पूरी खबर

हल्द्वानी। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने ही हल्द्वानी विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए है। हल्द्वानी विधानसभा सीट…

हल्द्वानी। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों ने ही हल्द्वानी विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए है। हल्द्वानी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने सुमित हृदयेश तो भाजपा ने जोगेंदर पाल सिंह रौतेला को अपना प्रत्याशी बनाया है। अब इस सीट पर दोनों के बीच कांटे का मुकाबला होगा। आपको बता दे कि, जोगेंदर पाल सिंह रौतेला इस समय हल्द्वानी शहर के मेयर भी है। दोनों ने ही आज गुरुवार को अपना नामांकन पर्चा भरा है।

2002, 2012 और 2017 में तीन बार डॉ. इंदिरा यहां से विधायक रही थीं। जून में उनके निधन के बाद भी यहां उपचुनाव नहीं हुआ। ऐसे में आम चुनाव में टिकट को लेकर कई लोगों ने आवेदन किया। मगर कांग्रेस ने सुमित पर भरोसा जताते हुए उनको टिकट दिया। इंदिरा के चुनाव का पूरा मैनेजमेंट संभालने वाले सुमित पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। News WhatsApp Group Join Click Now

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सुमित पूर्व में मंडी के अध्यक्ष और मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं वर्तमान में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य होने के साथ-साथ कांग्रेस पब्लिसिटी कमेटी के चेयरमैन भी हैं। और हल्द्वानी शहर से विधानसभा का टिकट मिलने के बाद सुमित के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी मां इंदिरा के विरासत को विकास की सोच के साथ आगे बढ़ाने की है।

2018 में हुए मेयर चुनाव का इतिहास
हालांकि, 2018 में हुए मेयर चुनाव में वह अपना दमदख दिखा चुके हैं। तब हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी डॉ. जोगेंद्र रौतेला ने कांग्रेस के सुमित हृदयेश को 10854 मतों से हरा दिया था। डॉ. जोगेंद्र को 64793, सुमित को 53939 और तीसरे स्थान पर रहे सपा के शुएब अहमद को 9234 वोट मिले थे। 2018 में हुए मेयर चुनाव में सुमित केवल 10854 वोटों से पीछे रह गए थे। लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में ये मुकाबला और भी दिलचस्प होने वाला है।

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पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में नजर डालें तो….
पिछले चुनाव में नजर डालें तो 2017 में 139644 मतदाता वाले हल्द्वानी विधानसभा में 93527 यानी 67 फ़ीसदी मतदान हुआ था 15 फरवरी को वोटिंग और 11 मार्च को मतगणना हुई थी। जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी इंदिरा हृदयेश को 43786 वोट पड़े थे जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला को 37229 वोट पड़े थे। वहीं समाजवादी पार्टी के शोएब अहमद को 10337 वोट मिले, जबकि शकील अहमद की बहुजन समाज पार्टी 1324 वोट के साथ सिमट गई। तथा अन्य दावेदारों को भी 3 अंकों में वोट देकर मतदाताओं ने सिमटा दिया। और 6557 वोटों से इंदिरा हृदयेश यह सीट जीत गई। इंदिरा की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है जब मोदी लहर में कुमाऊं में कांग्रेस की गिनी चुनी सीट आई तो उसमें हल्द्वानी से इंदिरा ही कांग्रेस की लाज बचा पाई थीं।

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हल्द्वानी विधानसभा के समीकरणों की बात करें तो कहा जाता है कि दमुआढुंगा और बनभूलपुरा यहां का विधायक तय करने में अहम रोल निभाते हैं 5 जोन और 14 सेक्टर में 183 पोलिंग बूथ वाले हल्द्वानी विधानसभा में इस बार 151222 मतदाता मतदान का प्रयोग करेंगे जिसमें 79174 पुरुष मतदाता है जबकि 72048 महिला मतदाता है। News WhatsApp Group Join Click Now

भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के लिस्ट जारी होने के बाद हल्द्वानी विधानसभा में सुमित हृदयेश को टिकट दिए जाने से कांग्रेस ने सीट पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बना ली है। इस पाबंदियों के बीच सुमित के साथ यह प्लस पॉइंट रहा कि उन्होंने इंदिरा विकास संकल्प यात्रा के माध्यम से पहले ही डोर टू डोर जनसंपर्क पूरा कर लिया है। क्या सुमित इंदिरा के गढ़ को बचाने में कामयाब रहेंगे यह हल्द्वानी की जनता 14 फरवरी को तय करेगी जिसका नतीजा 10 मार्च को आएगा….

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