हल्द्वानी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य व मंडी समिति के पूर्व सभापति सुमित हृदयेश ने कहा है कि किसान हमारे देश की आत्मा है और किसानों को दुखी करके देश कभी सुखी और खुशहाल नहीं रह सकता। केंद्र की भाजपा सरकार को यह बात समझनी होगी। किसानों की खुशहाली के बिना भारत कभी उन्नति नहीं कर सकता। भाजपा सरकार द्वारा लागू किया गया किसान बिल पूरी तरह से किसान विरोधी है, इससे खेती किसानी के साथ साथ इससे संबंधित व्यापार करने वाले व्यापारी, दिहाड़ी मजदूर सहित लाखो लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे हैं।
किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा है कि ताजा उदाहरण मक्का की फसल का लें तो 1850 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित है और किसान को मात्र 1 हज़ार रुपये लगभग ही विक्रय मूल्य मिल रहा है। सरकार ने सिर्फ 28 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया है जबकि 162 तरह की फसलें किसानों द्वारा पैदा की जाती है। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत मंडी के अस्तित्व पर भी संकट उत्पन्न हो रहा है।
बिचौलियों को खत्म करने की बात करते करते सरकार ने मंडियों को खत्म करने की तैयारी कर ली है। इस नये किसान कानून से जमाखोरी बढ़ेगी जिससे महंगाई बढ़ेगी और इस महंगाई का फायदा सिर्फ कुछ बड़े व्यापारियों को होगा। सुमित ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वो चंद लोगों के फायदे के लिये कानून बनाना बंद करे और किसान मजदूर गरीब वर्ग के उत्थान को ध्यान मे रख कानून बनाये और देश को उन्नति के पथ पर लेकर जाये। किसान विरोधी काले कानून का कांग्रेस खुला विरोध करती है और किसान भाइयों की हर लड़ाई में राहुल गांधी के नेतृत्व में उनके साथ खड़ी है।