बहुत काम का Subject है कॉमर्स ! यह हैं कोर्सेज और Job Opportunities

कॉमर्स ​में करियर और नौकरी की संभावनाएं (Commerce career and job prospects) : मौजूदा दौर में देश के युवाओं का आकर्षण अब कॉमर्स सेक्टर की…

कॉमर्स ​में करियर और नौकरी की संभावनाएं (Commerce career and job prospects) :

मौजूदा दौर में देश के युवाओं का आकर्षण अब कॉमर्स सेक्टर की तरफ भी तेजी से होने लगा है। एक समय था, जब लोग कहा करते थे कि इंटर से केवल साइंस साइड ही लें, लेकिन अब ऐसा नहीं है। सवाल यह उठता है कि इंटर के बाद बी.कॉम., एम. कॉम आदि करने के बाद कौन—कौन से ऐसे सेक्टर हैं, जहां कॉमर्स वालों को नौकरी मिल सकती है और कितने तक का पैकेज होता है ? यहां हम इन्हीं कुछ सवालों का जवाब देने का प्रयास कर रहे हैं।

दरअसल, कॉमस में बिजनेस मैनेजमेंट, अकाउंटेंसी बैंकिंग Business Management, Accountancy Banking जैसे विषय सम्मलित होते हैं। कॉमर्स में भी नौकरी की बेहतरीन सम्भावनाएं हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि आप नौकरी के साथ अपना खुद का बिजनेस भी कर सकते हैं। कॉमर्स सेक्टर में भी ढेरों जॉब ऑप्शन मिलते हैं और लाखों का पैकेज भी है, बशर्ते आपको कॉमर्स फील्ड से संबंधित पूरी जानकारी होनी चाहिए।

यह हैं कॉमर्स वालों के लिए कोर्स और Career option —

B.Com Accounting and Finance –

यह कोर्स करने के लिए इंटर कॉमर्स विषय के साथ पास करना अनिवार्य है। यह 03 साल का degree program है। इसको करने के बाद Accounts and Finance में करियर के कई अवसर मिल सकते हैं। इस 03 वर्षीय प्रोग्राम में Banking, Accounting, Finance and Taxation के करीब 35 से ज्यादा विषय पढ़ाए जाते हैं। इस प्रोग्राम में financial knowledge पर सबसे ज्यादा focus रहता है।

⏩ इस कोर्स का लाभ यह है कि डिग्री प्रोग्राम के बाद आप बतौर Trainee Accountant भी किसी कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं।

B.Com Banking And Insurance

यह भी बेहद काम का विषय है और इसको करने के बाद नौकरी की ढेरों सम्भावनाएं हैं। यह 03 साल का डिग्री प्रोग्राम होता है, जो Professional and Academic दोनों है। इस डिग्री प्रोग्राम में Banking & Insurance के साथ-साथ Accounting, Law and Insurance Risk Cover
जैसे विषयों की जानकारी दी जाती है। इसमें लगभग 38 विषय होते हैं। जिसमें Banking and Insurance पर पढ़ाई कराई जाती है। इसके साथ ही इस प्रोग्राम में बैंकिंग और इंश्योरेंस से जुड़े दो बड़े प्रोजेक्ट भी करने होते हैं।

⏩ इस degree program को करने के बाद M.Com, MBA, CFA जैसे उच्च शिक्षा वाले courses भी किए जा सकते हैं। जिनका पैकेज लाखों में होता है। इसके अलावा Government and private sector में भी नौकरी के कई ऑफर मिलते हैं।

Cost and Work Accountant-

यह कोर्स भी 12 वीं के बाद आप कर लें तो बेहतर रहेगा। ये सीए से मिलता-जुलता कोर्स होता है, जिसे The Institute of Cost and Works Accountant of India Cost Accountancy का कोर्स कराता है। इंटर में इसका Foundation Course करना होता है।

⏩ इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को cost accountant और इससे जुड़े कई पदों पर काम करने का मौका मिलता है। यहां पर जॉब करने के बाद The Institute of Cost and Work Accountants of India में आवेदन करना होता है। इसके लिए हर साल June और December माह में entrance examinations होते हैं। फिर इंटरमीडिएट कोर्स करना पड़ता है और फिर सीए की तरह final exam देकर कोर्स पूरा होता है।

B.Com Financial Markets

यह भी 03 साल का डिग्री प्रोग्राम है, जिसमें 6 Semester होते हैं। इसमें कुल 41 विषयों की पढ़ाई की जाती है। इस कोर्स में Finance, Investments, Stock Market, Capital, Mutual Funds के बारे में बताया जा जाता है।

⏩ तीन साल के इस डिग्री प्रोग्राम को करने के बाद Trainee Associate, Finance Officer, Finance Controller, Finance Planner, Risk Management, Money Market Dealer, Insurance जैसे ढेर जॉब ऑप्शन होते हैं।

Chartered Accountant

सीए की इस कोर्स की काफी डिमांड है। इस कोर्स को The Institute of Chartered Accountants of India
कराता है। इस कोर्स को करने के लिए शुरूआत में ही Tough Common Proficiency Test देना होता है। इसके entrance test में Accounting, Marketing Law, General Economics and Quantitative Aptitude
जैसे विषयों को शामिल किया जाता है।

⏩ नोट — वैसे तो सीए Graduation के बाद भी किया जा सकता है, लेकिन इस कोर्स की लंबी अवधी होने के कारण बेहतर यह है कि इसकी शुरूआत 12वीं में कॉमर्स पास करने के बाद ही कर लीजिए।

Company secretary

यह कोर्स को करने के लिए भी आपको 12वीं पास होना चाहिए। ये कोर्स देश में Institute of Company Secretaries of India द्वारा चलाया जाता है। इस कोर्स को तीन चरणों में पूरा किया जाता है। जिसमें Foundation, Executive and Professional आते हैं। विशेष यह है कि जो लोग ग्रेजुएशन कर चुके हैं उन्हें Foundation Course
की छूट दी जाती है।

⏩ इस प्रोग्राम को करने के बाद 16 माह की ट्रेनिंग करनी होती है। यह कोर्स और ट्रेनिंग को करने के बाद आप ICSI के associate member बन जाते हैं, जिसके बाद आसानी से जॉब मिल जाती है।

संक्षेप में यह हैं कॉमर्स से मिलने वाली नौकरियां —

➡️ चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA)

➡️ कॉस्ट अकाउंटेंट (Cost Accountant)

➡️ बिज़नेस अकाउंटेंट एंड टैक्सेशन Business Accountant and Taxation)

➡️ मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)

➡️ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर (HR Manager)

➡️ रिटेल मैनेजर (Retail Manager)

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