—डीएम के जरिये सीएम को ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
पर्वतीय कांट्रेक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। वह भुगतान बिलों से पांच गुना अधिक रायल्टी कटने से आक्रोशित है। रायल्टी देने के बावजूद जिला स्तरीय खनिज न्यास फाउंडेशन भी 25 प्रतिशत धनराशि ले रहा है। उन्होंने आपदा के दौरान दी गई लोडर मशीन भी वापस लेने की चेतावनी दी।
गुरुवार को ठेकेदार कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा। ठेकेदारों ने कहा कि भुगतान बिलों से पांच गुना अधिक रायल्टी ली जा रही है। 25 प्रतिशत खनन न्यास में जमा भी किया जा रहा है। वह काले कानून का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने शासनादेश को अविलंब वापस लेने की मांग की। अधीक्षण अभियंता कार्यालय को अल्मोड़ा शिफ्ट कर दिया गया। जिसे जिले में स्थापित किया जाए। जिसके कारण अतिरिक्त समय, विचलन, समय वृद्धि आदि काम अटक रहे हैं। अल्मोड़ा कार्यालय में कई महीनों तक प्रकरण लंबित हैं। आपदा से संबंधित देयकों का सत्यापन थर्ड पार्टी से कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी और जिलाधिकारी स्तर पर महीनों तक फाइलें लंबित रखी जा रही हैं। निर्माण कार्यों का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। इस मौके पर ऐसोसिएशन के अध्यक्ष हीरा बल्लभ भट्ट, जिला मंत्री संजय सिंह नेगी, भूपाल सिंह परिहार, राजेंद्र टंगड़िया, लाल सिंह दीवान, नवीन परिहार, भुवन लोहनी, पंकज रावत, हरीश चौबे, दिनेश गढ़िया, दीपक खड़ाई, विनोद बिष्ट, सरताज अहमद, हरीश गिरी, हेमंत परिहार, जगदीश पुरी, नरेंद्र सिंह, हिम्मत सिंह धपोला, शेर सिंह बिष्ट, गजेंद्र टाकुली आदि उपस्थित थे।