हल्द्वानी ब्रेकिंग : सितारंगज जेल के कैदी ने मांगी थी जय गुरु ज्वैलर्स के स्वामी से 50 लाख की रंगदारी, अन्य पांच साथी गिरफ्तार

हल्द्वानी। बीते दिनों हल्द्वानी के जय गुरु ज्वैलर्स से फोन पर 50 लाख की फिरौती मांगने वाले 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया…

हल्द्वानी। बीते दिनों हल्द्वानी के जय गुरु ज्वैलर्स से फोन पर 50 लाख की फिरौती मांगने वाले 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

आपको बताते चले की 1 जनवरी को जय गुरु ज्वेलर्स की स्वामी रीता खंडेलवाल को फोन पर 50 लाख की फिरौती मांगने का फोन आया तथा फिरौती न देने पर उसको व उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी गई। इस मामले में रीता खंडेलवाल द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उनके मोबाइल फोन पर कॉल करके किसी दल्लू नाम के व्यक्ति ने 50 लाख की फिरौती मांगी है। और फिरौती न देने पर पीड़िता और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी भी दी है। जिसके बाद पुलिस ने तत्काल मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी भूपेंद्र सिंह धोनी के पर्यवेक्षण में एसओजी की संयुक्त टीमों का गठन किया और जांच शुरू कर दी।

पुलिस ने जब इस मामले में धमकी दिये जाने वाले का मोबाईल सर्विलांस में लगाया तो नम्बर घटना के समय केन्द्रीय कारागार सितारंगज में क्रियाशील था लेकिन मोबाईल की आईडी के आधार पर नम्बर दुर्गाप्रसाद निवासी रुद्रपुर के नाम पर रजिस्टर था जो हाईटैक एटीएम के पास मौजे की दुकान लगाता है। परन्तु पूछताछ में दुर्गाप्रसाद ने बताया की उसने इस नम्बर का कभी भी प्रयोग करना नहीं किया। साथ ही जांच में ज्ञात पता चला कि दुर्गाप्रसाद की बगल में महेन्द्र गंगवार व नरेन्द्र गंगवार छतरी लगाकर सिम का काम करते थे। महेन्द्र और नरेन्द्र दोनों फुफेरे भाई है तथा इनकी दोस्ती दीपक राठौर पुत्र श्याम चरण राठौर निवासी उपरोक्त जो हुण्डई रुद्रपुर में काम करता है से थी तथा दीपक का भाई राहुल राठौर हत्या के मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और वर्तमान में केन्द्रीय कारागार सितारगंज में निरुद्ध है।

इसी बीच राहुल राठौर ने अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिये प्रभावशाली व पैसे वाले लोगों से रंगदारी वसूलने की योजना बनाई और इसके लिये उसने अपने महिला मित्र अंकिता पत्नी धीरेन्द्र कुमार और अंजलि उर्फ अंजू पत्नी अजय रस्तोगी जो उसे जेल में मिलने आते जाते रहते थे को एक फर्जी सिम की व्यवस्था करने को बोला और इसके लिये अपने भाई दीपक राठौर की मदद लेने के लिये भी कहा इसके उपरांत अंकिता और अंजलि ने दीपक राठौर से सम्पर्क किया और राहुल राठौर की योजना के बारे में बताया तो दीपक ने अपने मित्र महेन्द्र और नरेन्द्र जो सिम कार्ड का काम करते थे।

उनसे सम्पर्क किया तो इन लोगों ने इसके लिये हामी भर ली और इस बीच उनके बगल पर मौजे बेचने वाले का काम करने वाले दुर्गाप्रसाद जिसने अपने वोडाफोन के नम्बर बंद होने के बारे में महेन्द्र को बताया तो महेन्द्र ने उससे कहा कि तुम अपना नम्बर को एयरटेल में पोर्ट करा लो और तुम्हारा नम्बर फिर से शुरु हो जायेगा जिसके लिये दुर्गाप्रसाद ने हामी भर ली और इन लोगों द्वारा दुर्गाप्रसाद से आधार कार्ड की तीन चार फोटो कापी पर हस्ताक्षर कराकर रख लिये और दुर्गाप्रसाद के आधार कार्ड की फोटो अपने मोबाईल से खींची और उसके अंगूठे पर बायोमैट्रिकी साईन दो तीन बार ले लिये।

उसके बाद इन लोगों ने दुर्गाप्रसाद के आधार कार्ड से एक एयरटेल का सिम एक्टिवेट कराया जिसे दीपक राठौर के माध्यम से अंकिता यादव ने राहुल राठौर को सितारगंज जेल में जाकर दिया। जहां पर राहुल राठौर ने 1 जनवरी को जय गुरु ज्वैलर्स की मालकिन रीता खंडेलवाल से फोन पर दल्लू बनकर 50 लाख की रंगदारी मांगी। इसके बाद उसने सिम व मोबाईल को जेल परिसर में ही नष्ट कर दिया।

इस मामले में पुलिस ने दीपक राठौर खेड़ा वार्ड नं. 5 रुद्रपुर, नरेन्द्र कुमार गंगवार रामपुर उत्तर प्रदेश, महेन्द्र सिंह गंगवार खेड़ा कालोनी वार्ड 5 रुद्रपुर, अंकिता निवासी आजमगढ़ यूपी, अंजलि निवासी आगरा यूपी को गिरफ्तार किया है। केन्द्रीय कारागार सितारंगज में आजीवन कारावास की सजा काट रहे राहुल राठौर पुत्र श्याम चरण राठौर कैदी के खिलाफ रिमाण्ड की कार्यवाही की जा रही है।

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