सम्मान : सदैव प्रेरणा देता रहेगा शौर्य चक्र प्राप्त शहीद महिमन सिंह नयाल का अदम्य साहस, अब उनके नाम से जाना जाएगा राजकीय इंटर कालेज भगतोला (अल्मोड़ा), क्षेत्रवासी गदगद

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ादिनांक — 3 सितंबर, 2020अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के निकटवर्ती विकासखंड हवालबाग अंतर्गत स्थित राजकीय इंटर कालेज भगतोला अब शौर्य चक्र प्राप्त शहीद महिमन…

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
दिनांक — 3 सितंबर, 2020

अल्मोड़ा जिला मुख्यालय के निकटवर्ती विकासखंड हवालबाग अंतर्गत स्थित राजकीय इंटर कालेज भगतोला अब शौर्य चक्र प्राप्त शहीद महिमन सिंह राजकीय इंटर कालेज भगतोला के नाम से जाना जाएगा। प्रदेश सरकार ने क्षेत्रीय लोगों की भावनाओं के अनुरूप शहीद महिमन के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ​उनके गांव के इस विद्यालय का नाम उनके नाम पर रख दिया है। उत्तराखंड सरकार ने इसका नाम परिवर्तन का शासनादेश जारी कर दिया है।
यहां उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर तहसील अंतर्गत ग्राम भगतोला निवासी गोविंद सिंह नयाल के घर 1 जुलाई 1972 को महिमन का जन्म हुआ। वर्ष 1990 में राजकीय इंटर कॉलेज भगतोला से 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्हेंं अल्मोड़ा भेजा गया। स्कूल के दिनों से ही महिमन के मन में सेना में जाकर देश सेवा करने का जुनून था। सेना की भर्ती के संबंध में वह भर्ती कार्यालय अल्मोड़ा में जानकारी के लिए संपर्क करते रहते थे और सेना में जाने की तैयारी में जुट गए। लगन काम आई और 16 अक्टूबर 1990 को भारतीय सेना की पैरा रेजीमेंट में भर्ती हो गए। उन्हें तीन पैरा कमांडो में तैनाती मिली। जहां उन्होंने अदम्स साहस का परिचय देते हुए दुश्मनों से लोहा लिया। महिमन की पल्टन को उत्तर पूर्व क्षेत्र के अशांत क्षेत्र में तैनात थी। 28 जनवरी 1996 को महिमन की टुकड़ी गश्त पर थी, किंतु राह में उग्रवादी घात लगाए हुए थे। जब आर्मी कांवाई चल निकल रही थी, तो दुश्मनों ने धोखे से बस में ग्रेनेड स्थापित कर दिए। जैसे ही पता चला तो अफरातफरी मच गई। मगर जांबाज व हिम्मती महिमन सिंह नयाल ने जान की चिंता किए बगैर ग्रेनेड पकड़ा और चलती बस से बाहर कूद गए। फायर की चपेट में गंभीर रूप से घायल होने के बाद भी वीर सपूत ने दुश्मनों से लोहा लिया। उन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगाकर सेना के जानमाल को बचा लिया। उनके इसी अदम्य साहस के लिए उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरांत शौर्य चक्र के सम्मान से नवाजा।
लंबे समय से राजकीय इंटर कालेज भगतोाला का नाम शहीद महिमन के नाम से रखने की मांग उठ रही थी। अब उत्तराखंड सरकार ने इस विद्यालय का नाम परिवर्तित कर दिया है। जिससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। यह क्षेत्र सैन्य बाहुल्य है। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रवि रौतेला ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने पुनीत कार्य कर शहीदों के प्रति सम्मान का निर्णय लिया है। ऐसा निर्णय शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि तथा शहीद के परिवार को सच्चा सम्मान है। क्षेत्रीय लोगों ने भगतोला में एक बैठक कर सरकार के उक्त निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए इसके लिए क्षेत्रीय विधायक एवं राज्यमंत्री रेखा आर्या एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है। विधायक रेखा आर्या ने वर्ष 2017 में उक्त् विद्यालय का नामकरण शहीद महिमन सिह नयाल के नाम पर करवाने का वादा किया था। जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा जिला महामंत्री महेश नयाल ने कहा कि शहीद महिमन नयाल की विद्यालय का नाम शहीद महिमन के नाम पर करना ऐतिहासिक है। महिमन ने इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को प्रेरणा मिलती रहेगी। उन्होंने शहीद महिमन सिंह नयाल को नमन करते हुए इस कार्य के लिए सोमेश्वर की विधायक रेखा आर्या एवं उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
विद्यालय का नाम शहीद महिमन नयाल के नाम पर होने से खुशी व्यक्त करने वालों में शहीद के पिता गोविंद नयाल, कैप्टन भूपाल सिंह, कैप्टन बहादुर सिंह, सूबेदार पान सिंह समेत भाजपा के मंडल अध्यक्ष देवेंद्र नयाल, पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुंदर भोजक, मण्डल उपाध्यक्ष नंदन भोजक, मण्डल उपाध्यक्ष महेंद्र अलमिया, क्षेत्र के बीडीसी मेंबर आनंद डंगवाल, सूरज अलमियां, प्रधान अमित बिष्ट, प्रधान देवेंद्र सिंह, प्रधान सुरेंद्र सिंह, प्रधान जानकी देवी, प्रधान मनोज जोशी, विक्की भाकुनी, भगवत भोज, चंदन प्रकाश, बसंत पांडे, पूर्व प्रधान भगवत नयाल, विपिन कुमार, संजय सिंह, महिपाल सिंह, नंदन मेहरा, महेंद्र सिंह, पदम सिंह, विजय सिंह, पप्पू मेहरा, पप्पू भोजक, हेम जोशी, गणेश राम, बसंत भाकुनी, गणेश पांडे, नरेंद्र नयाल, मनीष राणा, नारायण सिंह फर्त्याल, पूरन सिह, महेंद्र नयाल आदि शामिल हैं।

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