सीएनई रिपोर्टर, पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ जनपद में पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे आपरेशन ‘उदय’ और ‘एंटी ड्रग ड्राइव’ से अपराधियों पर शिकंजा कस रहा है। पिथौरागढ़ पुलिस की सक्रियता से इन्हीं आपरेशनों के रडार पर पर्दे के पीछे छुपा स्मैक सप्लायर आ गया। जिसे आखिर सुरागरसी—पतारसी करते हुए जिले की पुलिस ने ढूंढ ही निकाला और मुरादाबाद, उ.प्र से गिरफ्तार कर ले आई। यह पिथौरागढ़ पुलिस की बड़ी सफलता है।
दरअसल, एसपी प्रियदर्शिनी के आदेश पर पुलिस की नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों पर पैनी निगाह टिकी है, यही वजह है कि आए दिन अपराधी दबोचे जा रहे हैं, चाहे वे शातिर अपराधी हों या पर्दे के पीछे के अपराधी। इसी क्रम में पिथौरागढ़ पुलिस को अपने अभियान के तहत अब बड़ी उपलब्धि मिली है। जिसमें स्थानीय स्तर पर स्मैक बेचने वाला नहीं बल्कि दूर शहर से स्मैक सप्लाई करने शातिर अपराधी धर दबोचा है। जो खुद पर्दे के पीछे रहकर स्मैक सप्लाई करता था और स्थानीय लोगों के माध्यम से स्मैक बेचता था। इसे पकड़ने के लिए पुलिस ने कई रोज से जाल बिछाया था। आखिरकार पुलिस आपरेशनों के जाल में राजा कुरैशी पुत्र मो. फारुख, निवासी नई बस्ती, इन्द्रानगर, थाना—वनभूलपुरा हल्द्वानी, जिला नैनीताल फंस ही गया। लगातार सुरागरसी—पतारसी करते हुए पुलिस के हाथ उस तक पहुंच गए और पिथौरागढ़ पुलिस ने उसे मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। हुआ यूं कि गत महीनों में पुलिस द्वारा स्मैक के साथ पकड़े गए दो आरोपियों से पूछताछ में राजा कुरेशी का नाम प्राप्त हुआ था और यह भी पता चला कि जिले में जगह—जगह यह स्मैक सप्लाई करता है। बस तभी से पुलिस ने इस तक पहुंचने की ठान ली। एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी के निर्देश पर राजा कुरेशी की गिरफ्तारी के लिए एसओजी इन्चार्ज सुरेश कम्बोज व एसआई मोहन बोरा के नेतृत्व में टीम गठित हुई। पुलिस ने बताया है कि राजा कुरैशी ने पूछताछ में यह बात स्वीकार कर ली है कि वह जिले में स्मैक सप्लाई करता है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी सुरेश कम्बोज, चौकी प्रभारी एंचोली मोहन बोरा, कानि. संदीप चन्द व कानि. जगदीश चन्द्र शामिल रहे।
