Big News : बात करता दिखा धड़ कटा शख्स, फिर मूंद ली आंखें, पढ़िये पूरी ख़बर

CNE REPORTER क्या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि कोई शख्स रेलवे ट्रेक पर कट जाये। उसका धड़ अलग कटकर पूरी तरह अलग हो…

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क्या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि कोई शख्स रेलवे ट्रेक पर कट जाये। उसका धड़ अलग कटकर पूरी तरह अलग हो जाये और वह मौत से पहले आराम से लोगों से बातचीत करते हुए अपनी मौत की वजह विस्तार से बताये। जी हां, ऐसा हुआ है। दर्जनों लोग इस भयानक व अनोखी घटना के ना केवल प्रत्यक्षदर्शी रहे, बल्कि इस घटना की फोटो व वीडियो भी वायरल हो रही हैं।

कानपुर में एक ऐसी घटना घटी है, जिसने न केवल पूरे देश को विचलित कर दिया है, बल्कि ​यह एक अजूबी घटना भी है। यहां रेलवे ट्रेक में एक व्यक्ति ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। हैरानी की बात यह है कि कमर से नीचे का हिस्सा कटने के बाजवूद यह व्यक्ति दस मिनट तक लोगों से बात कर अपनी व्यथा बताता और फिर इसने हमेशा के लिए आंखें बंद कर ली। आगे पढ़े…

दरअसल, यह हृदयविदारक घटना गत दिवस सोमवार को कानपुर के पनकी स्टेशन में कार्यरत ट्रैकमैन रमेश यादव रेल की पटरी पर लेट गया। इस बीच तेर रफ्तार से आती रेल उसके आधे शरीर को अलग करने के बाद वहां से गुजर गई। यह नजारा देख वहां मौजूद लोगों के होश फख्ता हो गये। तमाम लोग वहां भाग कर आये। लोग यह देख हैरान हो गये कि आधा शरीर कट जाने के बाद रमेश एकदम शांत था। कमर से नीचे का उसका हिस्सा दो भागों में बंट चुका था। वह पेट के बल लेटा हुआ था और बड़े आराम से लोगों को आत्महत्या की वजह बताते रहा। दस मिनट तक आंखों में आंसू लिए वह सबसे बातचीत करता रहा। फिर उसने अपनी आंखें हमेशा के लिए बंद कर दी। मौत का यह लाइव नजारा सैकड़ों लोगों ने देखा।

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मौत से पूर्व इस कर्मचारी ने बताया कि उसे साले की शादी में जाना था, लेकिन अधिकारियों ने उसका अवकाश स्वीकृत नहीं किया। जिस वजह से उसने अपनी जान दे दी है। अब वह नहीं बचेगा। उसने उसी पनकी स्टेशन पर आत्महत्या कर ली, जहां वह काम करता था। आगे पढ़े…

घटना की सूचना मिलने पर जीआरपी के सिपाही पहुंचे। उन्होंने ट्रैकमैन के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही परिजनों को सूचित कर दिया। उधर मृतक के परिजनों ने बताया कि रमेश के साले का मंगलवार को तिलक समारोह था, जबकि शादी 19 फरवरी को तय हुई है। तिलक समारोह में जाने के लिए रमेश ने अपने इंचार्ज पीडब्लूआई चित्रेश कुमार तिवारी से छुट्‌टी मांगी थी, लेकिन अवकाश स्वीकृत नहीं हो पाया।

रमेश यादव फतेहपुर का निवासी था। वह फजलगंज स्थित तेजाब मिल रेलवे कॉलोनी में रहता था। रमेश के साथ पत्नी व 5 साल का बेटा रहा करते थे। 2014 में पिता धर्मपाल यादव की जगह पर उसे नौकरी मिली थी। आगे पढ़े…

इधर इस तरह से की गई आत्महत्या और आधा शरीर कटने के बावजूद दस मिनट तक बातचीत करते इस शख्श का वीडियो भी वायरल हुआ है। सब इस बात से हैरान हैं कि आधा शरीर अलग हो जाने पर कोई इतनी देर शांत लेटे हुए कैसे बातचीत कर सकता है ? हालांकि चिकित्सकों का जवाब यह है कि जब शरीर से मात्रा से अधिक खून बह जाता है तो दर्द भी नहीं रहता और कई लोगों में पीड़ा सहने की अतुलनीय शक्ति होती है। यही कारण है कि रमेश मौत से पूर्व भी बातचीत करता रहा। इधर रमेश की मौत के बाद कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।

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