उत्तराखंड : तो क्या तय हो चुका है भावी सीएम ! ऐतिहासिक होगा शपथ ग्रहण समारोह

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून उत्तराखंड में भाजपा को विधानसभा चुनाव में मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब मुख्यमंत्री को लेकर राजनैतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है।…

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून

उत्तराखंड में भाजपा को विधानसभा चुनाव में मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब मुख्यमंत्री को लेकर राजनैतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है। गत दिवस हुई भाजपा की बैठक में हालांकि बहुत साफ तौर पर कुछ कहा नहीं गया है कि लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि अगले दो रोज के भीतर मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा तथा उसके शीघ्र बाद 22 मार्च तक हर हाल में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित कर दिया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि गत दिवस बीजेपी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने मुख्य रूप से शपथ ग्रहण समारोह को मेगा इवेंट की तरह मनाने को लेकर लेकर वर्चुअल बैठक की है। समझने वाली बात यही है कि जब शपथ ग्रहण समारोह पर चर्चा चल रही है तो सीएम का चुनाव भीतरखाने लगभग तय हो चुका होगा।

सूत्र बता रहें हैं कि भाजपा शपथ ग्रहण समारोह के जरिये 2024 की तैयारी कर रही है। तय किया गया है कि प्रदेश में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह मेगा इवेंट की तरह होगा। इसमें केंद्रीय नेताओं के अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया जा सकता है। पूरा इवेंट मिशन 2024 को ध्यान में रखते हुए तैयार होगा, जिसका प्रसारण सभी जिलों और मंडलों में भी किया जाएगा।

गत दिवस बृहस्पतिवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने वर्चुअल बैठक में काफी महत्वपूर्ण दिशा—निर्देश जारी किये हैं। बताया जा रहा है कि 19 मार्च की शाम अथवा 20 मार्च की सुबह केंद्रीय पर्यवेक्षक राजधानी पहुंच सकते हैं। संभव है कि 20 मार्च को विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री की घोषणा हो जायेगी।

ज्ञात रहे कि इस चुनाव में सीएम धामी भाजपा का चेहरा थे। गत 10 मार्च को जब नतीजे आए तो पार्टी ने 70 में से 47 सीटें जीतकर दो-तिहाई बहुमत हासिल किया, लेकिन धामी अपनी सीट से चुनाव हार गए। इसके बाद से ही अगले सीएम को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो चुका है। जहां बहुत से ​जीते विधायक धामी को लेकर अपनी—अपनी सीटें छोड़ने की बात कह रहे हैं, वहीं सीएम को लेकर कुछ अन्य चेहरे भी सामने हैं।

भाजपा के पास हैं यह 03 विकल्प –

मुख्यमंत्री निर्धारण को लेकर भाजपा हाईकमान के पास तीन विकल्प वर्तमान हालातों में दिख रहे हैं।

  • पहला, कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी को रिपीट कर दिया जाये।
  • दूसरा, भाजपा निर्वाचित विधायकों में से ही किसी विधायक को उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इनमें से उन विधायकों पर ध्यान दिया जा सकता है, जिन्होंने अपनी विधानसभा सीटों में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
  • तीसरा विकल्प, यह है कि बीजीपी विधायकों से बाहर किसी सांसद को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंप सकती है।

इन नामों पर भी हो रही चर्चा —

सीएम के चेहरों के रूप में निवर्तमान कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, बंशीधर भगत व रेखा आर्य, निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी के नाम भी चर्चा में आए हैं। वहीं जागेश्वर सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले मोहन सिंह माहरा व नैनीताल सीट से सरिता आर्या का नाम भी चर्चा चल रही है।

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