हाथरस कांड: अल्मोड़ा पहुंची आक्रोश की ज्वाला, वाल्मिकी समाज ने किया जबर्दस्त प्रदर्शन, दोषियों के लिए मांगी फांसी की सजा

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाहाथरस कांड को लेकर भड़की आक्रोश रूपी ज्वाला की जबर्दस्त आंच गुरुवार को यहां भी प्रदर्शित हुई। उत्तराखण्ड वाल्मीकि कल्याणकारी महासभा के बैनर…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
हाथरस कांड को लेकर भड़की आक्रोश रूपी ज्वाला की जबर्दस्त आंच गुरुवार को यहां भी प्रदर्शित हुई। उत्तराखण्ड वाल्मीकि कल्याणकारी महासभा के बैनर तले वाल्कीकी समाज के लोगों ने यहां बड़ी संख्या में जुटकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने हाथरस कांड की कड़ी भर्तसना करते हुए कांड के दोषियों को कड़ा दंड देने की पुरजोर मांग उठाई और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
उत्तराखण्ड वाल्मीकि कल्याणकारी महासभा के बैनर तले वाल्कीकी समाज के लोग दोपहर यहां चौघानपाटा में बड़ी संख्या में जुटे। जहां से उत्तराखंड वाल्मिकी कल्याणकारी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री एके सिकंदर पवार के नेतृत्व में समाज के लोगों ने जबर्दस्त नारेबाजी के साथ जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। बाद में डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया। जुलूस माल रोड, मिलन चौक, लाला बाजार, मुख्य बाजार, शिवाय होटल व वन विभाग के करीब से होता हुआ दुबारा चौघानपाटा पहुंच संपन्न हुआ। इस दौरान चौघानपाटा में हुई सभा में वाल्मीकी समाज के नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जिला हाथरस के थाना चन्द्रपा के गांव बुलगाडी में वाल्कीकी समाज की युवती के साथ दबंगो द्वारा बलात्कार किया गया और युवती की दर्दनाक मौत हो गई। उन्होंने इस दरिंदगी पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हाथरस पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने युवती के शव का युवती के परिवार की सहमति के बगैर बलपूर्वक रात अन्तिम संस्कार कर दिया। जो वाल्कीकी समाज की परंपराओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में वाल्कीकी समाज के लोग अहम् भूमिका निभा रहे हैं लेकिन आज देश के अन्दर दलित समाज के साथ उत्पीड़न, हत्या व बलात्कार जैसी घटनाएं चरम पर पहुंच चुकी हैं।
ज्ञापन में पीड़ित परिवार के साथ अन्याय व दुव्र्यहार करने वाले पुलिस कार्मिकों तथा संबंधित जिले के डीएम को सस्पेंड कर उन पर एससी—एसटी एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की गई है। साथ ही बलात्कारियों का मामले पर फास्ट ट्रेक कोर्ट में कार्यवाही की जाए और उन्हें फांसी की सजा सुनाई जाए। ज्ञापन की प्रति प्रधानमंत्री व यूपी के मुख्यमंत्री को भी भेजी गई है। इस प्रदर्शन में उत्तराखंड वाल्मिकी कल्याणकारी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री एके सिकंदर पवार, राजपाल पवार, सुरेश परदेशी, यशवंत सिमनल, विशाल, अनिल वाल्मीकी, पंकज समेत बड़ी संख्या में वाल्मीकी समाज के लोग शामिल हुए। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र बाराकोटी व एड. प्रमोद कुमार ने भी समर्थन​ दिया।

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