नालागढ़। औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत दभोटा पंचायत के अंतर्गत आने वाले आधा दर्जन के करीब गांवों की सैंकड़ों बीघा उपजाऊ जमीन बीते साल आई बरसात में बह गई थी। अब किसानों को बची हुई जमीन के बहने का भी खतरा बना हुआ है। आपको बता दें कि भोगपुर, भाँगला, माजरी, प्लाट, करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन नदी के किनारे पर है। पहले महादेव खड्ड में बड़े जलस्तर के कारण नदी की दोनों और सैकड़ों बीघा जमीन नदी में बह गई और अब उस जमीन पर नदी बहने लग गई है वहीं अगर किसानों की बात की जाए तो नदी की दोनों और सैकड़ों बीघा जमीन के बहने का खतरा किसानों को बना हुआ है किसानों द्वारा पहले भी स्थानीय प्रशासन व डीसी सोलन को शिकायत पत्र लिखकर दोनों और डंगे लगाने की मांग की गई थी लेकिन 1 साल बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा किसानों की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जिसके चलते अब फिर किसानों को उनकी जमीन बहने का खतरा बना हुआ है वही किसानों में इस बात को लेकर खासा रोष भी देखा जा रहा है कि किसानों की एकमात्र रोजी-रोटी का साधन जमीन भी अब उनके हाथ से फिसलती हुई नजर आ रही है।
इस बार भी किसानों द्वारा डीसी सोलन को एक पत्र लिखा गया है और इस पत्र के माध्यम से डीसी सोलन से नदी के दोनों ओर ऊना की तर्ज पर चैनलाइज करने की मांग की गई है। अब देखना यह होगा कि कब सरकार व प्रशासन जागते हैं और कब किसानों को आ रही समस्याएं दूर होती है और कब किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन बहने से बच पाती है।