किच्छा। लॉक डाउन के बीच जहां एक ओर काम धंधे बंद होने से आम आदमी अपने तथा परिवार के भरण पोषण को लेकर चिंतित है वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग द्वारा अधिक बिल भेजे जाने से तमाम उपभोक्ताओं में भारी रोष व्याप्त है। अधिक बिल भेजे जाने से नाराज तमाम लोगों ने अपने घरों के बाहर सांकेतिक धरना देते हुए विद्युत विभाग के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान विद्युत उपभोक्ताओं का कहना था कि विद्युत विभाग द्वारा बिना जांच किए ही अधिक विद्युत बिल भेजे जाने से आम जनता व उपभोक्ताओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । नगर के वार्ड 16 में तमाम महिलाओं ने विद्युत विभाग द्वारा अधिक बिल काटे जाने का आरोप लगाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर धरना दिया और रीडिंग के अनुसार बिल जारी करने की मांग की।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि पूर्व में जिन उपभोक्ताओं का विद्युत बिल 800 से 1000 रुपए आता था, वर्तमान में विद्युत विभाग द्वारा उनका बिल 3000 रुपए से 4000 रुपए तक जारी कर दिया गया है, जिससे उपभोक्ताओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । महिलाओं ने आरोप लगाया कि अधिक बिल काटे जाने के बाद जब उन्होंने मीटर रीडिंग लेने वाले कर्मचारी तथा विभागीय अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला । कांग्रेसी नेता हरीश पनेरु ने प्रदेश सरकार तथा विद्युत विभाग पर लापरवाही किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि लॉक डाउन के चलते गरीब मजदूर व आम आदमी के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है वहीं दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से विद्युत बिल का अधिक बोझ डालना न्याय संगत नहीं है । उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही विभागीय अधिकारियों ने कार्यवाही नहीं की तो उन्हें विद्युत विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने को मजबूर होना पड़ेगा । इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता एस के तिवारी से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि कुछ उपभोक्ताओं द्वारा बिल अधिक आने की शिकायत की गई है । उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं से यह निवेदन किया गया है कि बिल अधिक आने की शिकायत करने वाले उपभोक्ता नगर कार्यालय में पहुंचकर मीटर रीडिंग चैक कराते हुए बिल को सही करा सकते हैं । उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के कारण मीटर रीडिंग नहीं ली जा रही है । उन्होंने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
न्यू ट्रेंड फ्रॉम किच्छा: बिजली के अधिक बिलों के विरोध में घरों के दरवाजों पर धरने में बैठी महिलाएं
किच्छा। लॉक डाउन के बीच जहां एक ओर काम धंधे बंद होने से आम आदमी अपने तथा परिवार के भरण पोषण को लेकर चिंतित है…